Sunday 15 May 2022

जन्म कुंडली का 7वा भाव आपके life partner का होता है लोगो के बीच आपकी image कैसी है वो आपका 7वा भाव बताता है.. क्यू की 7वा भाव पहले भाव से 7वा भाव है. तो ये भाव आपकी personality के reflection को दिखाता है. अगर आपके अंदर high self esteem नही है तो आप किसी को अपनी तरफ़ आकर्षित नही कर सकते... तो low self esteem का होना आपके लिये bad relationships को भी attract करता है... सातवे भाव मे यदि सूर्य हो तो जीवन साथी .ego से भरा होता है. और 7वे भाव मे सूर्य को पसंद नही आता की लोग उसे judge करे. क्यू की सूर्य राजा होता है,और सातवा भाव आम जनता का. तो सूर्य इस भाव मे लोगो से relations को जलाता है उसका social status भी होता है बशर्ते नीच ना हो और पापी ग्र्हो की नजर ना हो नही तो partner की image अच्छी ना होगी. चन्द्र = Fluctuations in relationship पार्ट्नर moody होता है,पल पल बदलता रेहता है. बुध= बाते करना बहुत पसंद होता है जीवन साथी को.और स्वयं को भी.great sense of humor और Intelligence partner हो सकता है आपका शुक्र= कारको भावे नाशयसे शुक्र इस भाव मे शादी शुदा जीवन को फीका कर देता है. जीवन साथी आकर्षक होता है..और वही बात जलन की वजाह बनती है.... मंगल= ये शादी के लिये अच्छा नही.क्यू की मंगल लडाई का ग्र्ह है तो एक impulsive. argumentive partner होता है. शनि= एक loyal जीवन साथी....mature older जीवन साथी..बशर्ते शनि वक्री ना हो वक्री शनि होने पर अपने से lower cast वाले व्यक्ति से शादी होती है और वो झुंटा निकलता है ब्र्हस्पति= एक गुरू type जीवन साथी.जो आपको ज्ञान सिखाये एक teacher type partner राहू हो सकता है आपका partner out of cast हो. या धोका दे आपको. या विदेशी partner यक फिर वो बहुत Obsessive व कुछ छिपाने वाला हो सकता है केतू ऐसा partner जिसे सहारे की जरुरत हो..जिसके जीवन मे परेशानी रही हो. victims type partners या एक आध्यत्मिक जीवन साथी. सातवे भाव मे मंगल और शनि एक साथ हो तो ऐसे जातक की relationship मे बहुत विरोध होते है,दुश्मन बहुत होते है. स्वयं का जीवन साथी दुश्मन बन जाता है. सातवे भाव मे मंगल और शुक्र हो तो ऐसा जातक या जातिका दो संबंध स्थापित करता है. अगर सातवे भाव मे मंगल+सूर्य+ बृहस्पति हो 7वे भाव मे राहू शनि हो तो जातक नीचले दर्जे के कर्मचारीयो या कुलिन लोगो से किन्नरो से भी संबंध बनाने मे रुचि लेता है. 7वे भाव का स्वामी किस राशि के है किस भाव मे है ये सब बाते भी मायने रखती है 7वे भाव का स्वामी दुःस्थान अर्थात कुंडली के 6,8,12 भाव मे बैठना शादी शुदा जीवन के लिए अच्छा नही होता क्यो की ये सब दुःस्थान हैं तो आप शादी के बाद भी कोई ऐसा साथी चुन सकते हैं जो की सिर्फ पीड़ा का कारण बने 7वे भाव मे वक्री ग्रह आपको हमेशा पूर्व जन्म की memories इस जन्म में वैवाहिक जीवन के जरिये कुछ बाते याद दिलाते रहते हैं तो 7वे भाव और आपके relation से जुडे ये कुछ सूत्र है. 7वा भाव खाली हो तो उसके स्वामी को और 7वे भाव पर दृस्टि डाल रहे ग्रहो को देखा जाएगा
जन्म कुंडली का 7वा भाव आपके life partner का होता है लोगो के बीच आपकी image कैसी है वो आपका 7वा भाव बताता है.. क्यू की 7वा भाव पहले भाव से 7वा भाव है. तो ये भाव आपकी personality के reflection को दिखाता है. अगर आपके अंदर high self esteem नही है तो आप किसी को अपनी तरफ़ आकर्षित नही कर सकते... तो low self esteem का होना आपके लिये bad relationships को भी attract करता है... सातवे भाव मे यदि सूर्य हो तो जीवन साथी .ego से भरा होता है. और 7वे भाव मे सूर्य को पसंद नही आता की लोग उसे judge करे. क्यू की सूर्य राजा होता है,और सातवा भाव आम जनता का. तो सूर्य इस भाव मे लोगो से relations को जलाता है उसका social status भी होता है बशर्ते नीच ना हो और पापी ग्र्हो की नजर ना हो नही तो partner की image अच्छी ना होगी. चन्द्र = Fluctuations in relationship पार्ट्नर moody होता है,पल पल बदलता रेहता है. बुध= बाते करना बहुत पसंद होता है जीवन साथी को.और स्वयं को भी.great sense of humor और Intelligence partner हो सकता है आपका शुक्र= कारको भावे नाशयसे शुक्र इस भाव मे शादी शुदा जीवन को फीका कर देता है. जीवन साथी आकर्षक होता है..और वही बात जलन की वजाह बनती है.... मंगल= ये शादी के लिये अच्छा नही.क्यू की मंगल लडाई का ग्र्ह है तो एक impulsive. argumentive partner होता है. शनि= एक loyal जीवन साथी....mature older जीवन साथी..बशर्ते शनि वक्री ना हो वक्री शनि होने पर अपने से lower cast वाले व्यक्ति से शादी होती है और वो झुंटा निकलता है ब्र्हस्पति= एक गुरू type जीवन साथी.जो आपको ज्ञान सिखाये एक teacher type partner राहू हो सकता है आपका partner out of cast हो. या धोका दे आपको. या विदेशी partner यक फिर वो बहुत Obsessive व कुछ छिपाने वाला हो सकता है केतू ऐसा partner जिसे सहारे की जरुरत हो..जिसके जीवन मे परेशानी रही हो. victims type partners या एक आध्यत्मिक जीवन साथी. सातवे भाव मे मंगल और शनि एक साथ हो तो ऐसे जातक की relationship मे बहुत विरोध होते है,दुश्मन बहुत होते है. स्वयं का जीवन साथी दुश्मन बन जाता है. सातवे भाव मे मंगल और शुक्र हो तो ऐसा जातक या जातिका दो संबंध स्थापित करता है. अगर सातवे भाव मे मंगल+सूर्य+ बृहस्पति हो 7वे भाव मे राहू शनि हो तो जातक नीचले दर्जे के कर्मचारीयो या कुलिन लोगो से किन्नरो से भी संबंध बनाने मे रुचि लेता है. 7वे भाव का स्वामी किस राशि के है किस भाव मे है ये सब बाते भी मायने रखती है 7वे भाव का स्वामी दुःस्थान अर्थात कुंडली के 6,8,12 भाव मे बैठना शादी शुदा जीवन के लिए अच्छा नही होता क्यो की ये सब दुःस्थान हैं तो आप शादी के बाद भी कोई ऐसा साथी चुन सकते हैं जो की सिर्फ पीड़ा का कारण बने 7वे भाव मे वक्री ग्रह आपको हमेशा पूर्व जन्म की memories इस जन्म में वैवाहिक जीवन के जरिये कुछ बाते याद दिलाते रहते हैं तो 7वे भाव और आपके relation से जुडे ये कुछ सूत्र है. 7वा भाव खाली हो तो उसके स्वामी को और 7वे भाव पर दृस्टि डाल रहे ग्रहो को देखा जाएगा