Thursday 6 February 2014

यदि कोर्इ व्यकित पहले स्पष्ट व दूर-2 शब्दों को लिखता और अंतिम पैरा में छोटा-2 एंव ठीक से पढ़ने में न आने वाला लिखे तो उसके जीवन प्रथम भाग बहुत अच्छा व्यतीत होगा और जीवन के अंतिम भाग में कठिनार्इयों का सामना करना पड़ सकता है।

मानसिक रूप से अपराधिक प्रवृतित वाले लोगों की हैंड राइटिंग के अक्षर टेढ़े-मेढ़े होते हैं और ऐसा लिखा हुआ होता है, जो ठीक से पढ़ने में नहीं आयेगा। ये अपनी लिखावट में प्वाइंट अधिक लगाते हैं।

जिस व्यकित के लेखन एंव हस्ताक्षर में कोर्इ अन्तर नहीं होता है। वह जातक लगभग सभी के साथ समभाव रखता है। निश्चल तथा खुले दिमाग का होता है। ये जीवन गरिमापूर्ण बिताने का प्रयास करते है। अपने हर काम को ये बड़े सलीके से करने की कोशिश करते है।

यदि हस्ताक्षर लेखन से ज्यादा बड़े हो तो ऐसे जातक अति महत्वाकांक्षी का प्रकृति के होते है और सारे रिश्ते नाते ताख पर रखकर काफी हदतक अपनी मंजिल को पाने में कामयाब भी होते है। ये कल्पनाये ंतो बहुत करते-रहते है लेकिन उन्हे मूर्त देने में टाल-मटोल किया करते है।

जिस मनुष्य के हस्ताक्षर लिखावट की अपेक्षा छोटे होते है। ऐसे लोग हीन भावना के शिकार होते है और हमेशा उनके मन पर भय हावी रहता है। संकोची स्वभाव के होने के कारण ये अपनी बात को दूसरे के समक्ष अच्छे ढ़ंग से नहीं रख पाते है।

जो लोग हस्ताक्षर करते वक्त प्रथम अक्षर बड़ा बनाते है और बाद के अक्षर छोटे, सुन्दर व स्पष्ट बनाते है। ये लोग प्रतिभावान होने की वजह से धारे-2 अपने लक्ष्य तक पहुचने में सफल होते हो जाते है। दूसरों की मदद व सहयोग करने में हमेशा तत्पर दिखते है। इनकी प्रगति धारे-2 होती है लेकिन स्थायी रहती है।

जो व्यकित अव्यसिथत ढंग से जल्दबाजी में हस्ताक्षर करते है, जिसे पढ़ना कठिन होता है। इस प्रकार के लोग महत्वाकांक्षी, परिश्रमी होते है। लेकिन इनके जीवन में काफी उतार-चढ़ाव बना रहता है। ये कूटनीतिक प्रतिभा के धनी होते है। ऐसे लोग राजनीति के क्षेत्र में ज्यादा सफल होते है।

नकारात्मक सोंच रखने वाले व्यकितयों के हस्ताक्षर सामान्य रूप से कटे हुये प्रतीत होते है। इस तरह के लोग हमेशा असन्तुष्ट रहते है। ये क्षण भर में रूठ जायेंगे और क्षण भर में प्रसन्न भी हो जायेंगे। ये अपने आपसे भी ठीक से प्रेम नहीं करते है। हर चीज में कमी निकालना इनकी आदत में शुमार होता है।

जो लोग हस्ताक्षर के अन्त में बिन्दु या डैश लगाते है। वे धीर गंभीर दिखार्इ देंगे किन्तु अन्दर से बहुत शंकालु प्रवृतित के होते है। इन्हे समझ पाना कठिन काम होता है। ये अपनी बातों को किसी से जल्दी शेयर नहीं करते है। स्वयं पर अपना सन्तुलन बनाने में निपुण होते है।

ऐसे लोग जो हस्ताक्षर करते समय कलम पर अधिक दबाव डालते है। वे लोग जिददी, संवेदनशील, व क्रोधी प्रवृतित के होते है। ये मक्खनबाजी न करके स्पष्ट बोलने में अधिक विश्वास करते है।


जो लोग बिना कलम उठाये एक बार में पूरे हस्ताक्षर कर डालते है। ऐसे जातक वाद-विवाद में पारागंत, रहस्यमयी, चालाक व अवसरवादी होते है। ये अपनी सफलता के रहस्य किसी से शेयर नहीं करते है

जो मनुष्य तीव्रगति से हस्ताक्षर करता है। वह लगभग हर कार्य में दक्ष रहने की कोशिश करता हैं एंव हर चीज में फास्ट रहता है। उसे आलसी लोग कतर्इ पसन्द नहीं होते है। इनकी ज्यादातर सोंच अपने पर ही केनिद्रत रहती है।

जो जातक अपने हस्ताक्षर को लिखते वक्त कलम पर ज्यादा दबाव न डालें वह व्यकित सामाजिक उत्सवों में बढ़-चढ़कर भाग लेता। ऐसे लोग स्वयं का हित न ध्यान रखकर समाज की समस्याओं को समाप्त करने का बीणा उठाते है।

ऐसे लोग जो अपने हस्ताक्षर बायें हाथ से करते है। उनमें गजब की प्रतिभा होती है। वे जिस क्षेत्र में जायेंगे उसमें इतिहास रचने की कोशिश करेंगे। लापरवाही इनके जीवन का सबसे नकारात्मक पक्ष है।

1 comment:

  1. यह काफी हद तक सही होता है l इसमें सत्य में सत्यता है l

    ReplyDelete