मूलांक------------९
मूलांक: ९ (९, १८, २७). मुख्य ग्रह: मंगल.
किसी भी महीने की
९, १८, २७ तिथियों को जन्म लेने वाले लोग मूलांक ९ के
अंतर्गत आते है और आपका स्वामी ग्रह मंगल होता है. मंगल से शासित होने के कारण
विचारशीलता आपका मुख्य लक्षण होता है. इस अंक के लोगो में मंगल की विशेषताए पायी
जाती है जैसे जुझारूपन और रक्षा करने की प्रवत्ति. दान करने की प्रवत्ति, मानव सेवा, परोपकारी, आदर्शवादी, कला में रूचि, प्रस्तुति कर्ण की विशेषता. यह शौर्य, आवेश और हिंसा का प्रतीक है। मूलांक 9 वाले व्यक्ति उर्जावान एवं नटखट होते
हैं। हंसी-मजाक एवं मनोरंजन इन्हें काफी पसंद होता है। अपने खुशमिजाज स्वभाव के
कारण दोस्तों में यह काफी लोकप्रिय होते हैं। दूसरों को खुशी देते हैं लेकिन अपना
दुःख दर्द किसी से नहीं बांटते। अपनी समस्याओं का समाधान खुद ही निकालने की कोशिश
करते हैं। आप चाहते हो कि घर के सभी लोग आपकी सेवा मे लगे रहे और आप घर के मुखिया
बन कर रहना चाहते है.
आप क्रोधी
स्वाभाव के है. आपको क्रोध शीघ्र आता है. आप अपने कार्य मे किसी भी हस्तक्षेप को
पसन्द नही करते है. उसमे पुर्ण नियंत्रण चाहते है. उपाय तथा साधन जुटाने मे आप
कुशल है. आपमे संगठन शक्ति गजब की है.आप किसी के अधीन काम करना नही चाहते है. आप
जीवन को थोड़ा सा ही सही लेकिन चमकते हुये गुजारना चाहते है. आप अपने ग्रह के कारण
योद्धा होना चाहते है.
ये साहसिक कार्य करते हैं जिनके कारण इनको यश
प्राप्त होता है.? आपका विश्वास दुनिया को चकाचौंध करने मे होता
है. इनमे अदम्य उत्साह होता है. इसी साहस के बल पे ये सर्कस घुड़दौड़ आदि मे ऐसे
काम करते है जिंसे इनकी जान को खतरा रहता है. आप अनुसाशनप्रिय है और अपने अधीन
कार्य करने वाले लोगों का खुब ख्याल रखते है.किसी भी कठोर से कठोर कार्य को करने
मे ये सक्षम है.? अत्यधिक गुस्से वाले, संवेदनशील, स्वतंत्र, तथा खुदमुख्तार होना इनकी
प्रमुख विशेषता है.
ये उपरी तड़क भड़क या दिखावे को बहुत पसन्द करते
है. शान से रहना चाहते है. इस वजह से इन्हे हानि भी उठानी पड़ती है. सामन्य जन इनको
कठोर हृदय का मानते है, परंतु प्रेम के मामले मे ये फूल के भाति कोमल
होते है. कोई भी चतुर महिला इन्हे लम्बे समय तक मुर्ख बना सकती है.
ये अपनी आलोचना
सहन नही कर पाते है. इनका मानना होता है कि ये जो भी करते है वही सही है. अपने
सम्बन्ध मे इन्हे स्वयं की राय बहुत अच्छा लगती है.? अपने क्रोधी स्वाभाव के
कारण ये अनेक शत्रु बना लेते है या कहें कि लोग शत्रु बन जाते है.
स्वभाव : मनुष्य की मानसिक शक्ति भी ग्रहों और
जन्म अंकों के अनुसार तय होती है। यही कारण है कि मूलांक ९ के अधीन जन्म लेने वाले
मानसिक रूप से बहुत परिपक्व होते हैं। साहसी कार्यो को अंजाम देने में मूलांक ९ के
जातकों से कोई स्पर्धा नहीं कर सकता।ये क्रोधी, हठी स्वभाव के तथा बहादुर
होते हैं। इनके स्वभाव में अक्खड़ता, जल्दबाजी तथा फुर्ती होती
है। ये स्वतंत्र मन के होते हैं। इस स्वभाव के कारण इनके शत्रु अधिक बन जाते हैं।
9 अंक से प्रभावित जातक तेजस्वी व उग्र स्वभाव के होते हैं।
यह बहुत ही
बुद्घिमान एवं पढ़ाई में होशियार होते हैं। अपनी बुद्घि से यह काफी तरक्की करते
हैं, भाग्य भी इनका हमेशा साथ देता है। इन्हें विरासत में धन
सम्पत्ति मिलती है और खुद भी अच्छा कमाते हैं। यह लीक पर चलने की बजाय खुद को
परिस्थितियों के अनुसार ढ़ाल लेने में विश्वास रखते बहुधा ही ९ के अंक से प्रभावित
लोग क्रोधी होते हैं और अपने आगे किसी को तवज्जो नहीं देते। इस अंक वाले किसी की
भी आलोचना का कड़ा विरोध करते है. अभिमानी नही होने के बावजूद भी ये स्वयं को कुछ
अधिक ही भला समझते है. अपनी योजनाओ मे ये किसी भी प्रकार क हस्तक्षेप पसन्द नही
करते है.
स्वास्थ्य : इनका
शरीर तगड़ा और फुर्तीला होता है,
लेकिन अकस्मात तापमान
बढ़ने और बुखार चढ़ने की प्रवृत्ति रहती है। दुर्घटनाओं का डर रहता है। ऐसे व्यक्ति
उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी और पक्षाघात के भी शिकार हो सकते
हैं। जीवन में सर्जरी की भी सम्भावना रहती है 9 अंक वाले पत्नी से संतुष्ट नही रह
पाते है. जवानी के दिनो मे अगर आप किसी नशे का शिकार हो जाते है तो ये आपको बुढापे
मे कष्ट देगा
व्यवसाय एवं
कार्यो में रुचि : मूलांक ९ वाले व्यक्ति जोखिम, अनुशासन, शासन एवं तीक्ष्ण बुद्धि वाले रोजगारों एवं व्यवसायों में अधिक होते हैं। ये
इंजीनियर, डॉक्टर, ड्राइवर, सर्जन, कैमिस्ट आदि पेशों में सफल रहते हैं। ये सफल
प्रबंधक एवं अधिकारी होते हैं। पब्लिशिंग, प्रिंटिंग, टूरिज्म, थिएटर, लेक्चरर व चिकित्सा के
क्षेत्र में भी सफल होते हैं। बुद्घि से तरक्की करते हैं आजीविका की दृष्टि से आप
तांबा व पीतल के बर्तनों की दुकान एवं कोयला आदि के व्यापार में, सोना, पुलिस आदि क्षेत्रों में शीघ्र सफलता प्राप्त
कर सकते हैं।
आर्थिक स्थिति : मूलांक
९ वालों की आर्थिक स्थिति परिवर्तनशील होती है। आर्थिक मामलों में या तो भारी
सफलता मिलती है या भारी विफलता। सभी प्रकार के व्यापार तथा सांगठनिक कार्यो से धन
कमाने की योग्यता होती है।
प्रेम-संबंध, विवाह और संतान : मूलांक ९ वाले व्यक्ति के प्रेम संबंध स्थायी नहीं होते। ये
सुशील, सुंदर व अधिक आज्ञाकारी जीवनसाथी चाहते हैं। गृहस्थ जीवन
ठीक रहता है, परंतु क्रोधी स्वभाव के कारण घर में तकरार हो
जाती है। ये विलासी प्रवृत्ति के होते हैं। संतानसुख सामान्य रहता है। यात्रा :
मूलांक ९ वाले व्यक्ति सैर-सपाटे के शौकीन होते हैं। देश-विदेश में घूमते हैं।
यात्रा से इनको लाभ भी होते हैं। ये हर वर्ग के लोगों से मिलना पसंद करते हैं।
गृहस्थी में आपसी
प्रेम
मूलांक 9 वाले
व्यक्ति में रोग प्रतिरोधी क्षमता की कमी होती है। यही कारण है कि, मौसम में परिवर्तन से छोटी-मोटी परेशानियों का इन्हें सामना करना पड़ता है।
विपरीत लिंग के व्यक्ति के प्रति यह आकर्षित रहते हैं। गृहस्थ जीवन में जीवनसाथी
के साथ प्रेमपूर्ण सम्बन्ध रहता है। 28 वॉ वर्ष इनके लिए सबसे शुभ होता है। इस
वर्ष इनका भाग्योदय होता है तथा धन सम्पत्ति का लाभ मिलता है। मूलांक 9 पर मंगल
ग्रह का प्रभाव होता है। मूलांक 9 के लोग कभी भी अपने जीवनसाथी की उपेक्षा कर देते
हैं, क्योंकि आपके अन्दर एक अहम की जो भावना है, स्वयं को सर्वोच्च एवं अपने साथी को कम ही समझने की, ये नुकसानदेह ही सिद्ध होती है। आवेशपूर्ण व्यवहार करते हैं, लेकिन अपने जीवनसाथी के प्रति पूर्णतया वफादार होते हैं।
मूलांक 9 वालों
की दोस्ती
मूलांक 9 एवं 6
वाले व्यक्ति के साथ इनकी दोस्ती सफल रहती है। मूलांक 4 वाले व्यक्ति से इन्हें
सावधान रहना चाहिए। इस अंक वाले व्यक्ति से इनकी दोस्ती दुश्मनी में बदलते देर
नहीं लगती है।
जीवन में पूर्ण
भाग्योदय के लिए एक बार तो मंगल गृह की साधना अवश्य ही करनी चाहिए ! अगर किसी कारण
साधना न कर सकें तो मंत्र मंत्र सिद्ध प्राण प्रतिष्ठायुक्त 'मंगल-यन्त्र ' या 'मूंगा ,धारण करना चाहिए
विशेषतायें:-
सावधानियां:-१-
आप साधारण बातो पे भी भड़क जाते है. किसी से भी उलझ जाते है. इससे बचें
२-आप बहुत ही
सौभाग्यशाली हो सकते है.अगर आप नम्र बने रहें .
3-वाहन चलाते समय
या सवारी करते समय सजगता बरतनी चाहिये.
४- उग्र स्वभाव
के कारण आपका परिवार बिखरने लगता है. अत: इस पर भी ध्यान देंआप ऐसे मित्र बनाये जो
आपके गुस्से को शांत करने मे मदद करें .दिखावे से बचें
5-मंगल की स्थिति
को ध्यान मे रख कर निर्बल समय मे इन्हे विशेष रूप से शांत रहना चाहिये.
शुभ रंग : मूलांक
९ वालों के लिए लाल और गुलाबी रंग शुभ है।
मित्र व शत्रु
अंक : इनके लिए ३, ६, ९ मूलांक वाले लोग मित्र
एवं ५ और ८ मूलांक वाले लोग शत्रु माने गए हैं।
शुभ तिथियां :
मूलांक ९ वाले व्यक्ति के लिए ३,६,९,१२,१५,१८ और २७ तिथियां विशेष शुभ होती हैं।
शुभ दिन : रविवार, सोमवार, मंगलवार एवं गुरुवार शुभ दिन हैं।
गुरुमंत्र :
मूलांक ९ वाले रक्तविकार से बचने के लिए उन पदार्थो को भोजन में सम्मिलित करें, जो रक्तशुद्धि में सहायक हों। मंगलवार को जानवरों को मीठी रोटियां खिलाएं और
हनुमान जी की पूजा करें। प्रात:भ्रमण भी स्वास्थ्य के लिए उत्तम है। शुभ रत्न
मूंगा है।
९ का अंक मंगल का
परिचायक है और मंगल क्रोध का पर्याय है। इसलिए ऐसे व्यक्ति दबंग प्रवर्ति के होते
हैं। जैसे सलमान खान और शत्रुघ्न सिन्हा, दोनों का ही मूलांक ९ है।
अरे ये तो मेरा अंक है ! गौर से पढना पढ़ेगा |
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